Shocking News : किस कारण नहीं होती इस गांव के लड़को की शादी , यज्ञ -हवन सब करा के देख लिया सब हुआ फ़ैल

Shocking News: आइये जानते है की इस गांव में ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से गांव का नाम कुंवारो का गांव कहने लगे , शादी की आस में वहा के व्यक्ति बूढ़े होने लगे , जबकि यह के लोगो ने सब करा के देख लिया यज्ञ -हवन ये सब भी हुआ फ़ैल , आखिर क्या आप जानते है की क्यों नहीं आती इस गांव में कोई भी महिला इस गांव में आखिर क्या कारण हो सकता है।

Where is this village?
ये गांव बिहार में है , जिसे कुवारों का गांव भी कहा जाता है इस गांव में रहने वाले अदिकतर व्यक्ति शादी की आस में बूढ़े हो गए है। अब सवाल ये उठता है की इस गांव में ऐसा होता ही क्यों है ? जिसकी वजह से यहा के मर्द बूढ़े होते जा रहे है

इसके अलावा आपको कुछ और भी जानकारी दे दे
दुनिया में बहुत सी ऐसी कई जगह है जहां की अपनी ही कुछ खूबियां है जो वह की अजीबोगरीब खूबी से फेमस है कहीं का भोजन फेमस है क्या आप जानते है भारत में एक गांव ऐसा भी है जहां केवल जुड़वाँ बच्चे ही पैदा होते है। ठीक इसी तरह बिहार का एक गांव भी मशहूर है . लेकिन उसकी वजह मजेदार है असल में , इस गांव में मर्द को शादी करने का मन नही होते है इनकी शादी ना होने की खास वजह ये भी ये।
कुवारों के गांव का असली नाम :

बिहार में बरवां कलां नाम का एक गांव है जिसे कुवरो के गांव क नाम से भी जाना जाता है जो बिहार की राजधानी पटना से करीब करीब 300 km दूर पर स्थित है इस गांव को कुवारों के नाम से जाने एक खास वजह ये भी है की दरअसल इस गांव में पिछले 50 सालो में शादियों हुई ही नही , जी हां ये सच है की यह पिछले 50 सालो में शादियां हुई ही नहीं। किसी तरह से 2017 में यहां एक ही बार सिर्फ एक ही बार शहनाई बजी थी लेकिन उसके बाद ये शादी का ये सिलसला थम सा गया। आखिर क्या हो सकती है इसकी वजह आप जानते है नहीं तो चलो हम बता दते है आपको इसकी वजह। जिसकी वजह ये है की इस जगह मर्दो को अपनी जिंदगी बिना शादी के बितानी पड़ती है ?

ये प्रशासनिक लापरवही से है कोई श्राप नही

आपको ये लग रहा होगा की ये जगह ही श्रापित होगी लेकिन ऐसा कुछ नही है इस गांव के लोगो पर कोई श्राप नही है और ना ही ऐसा है की यहा के लोगो पर कोई जादू-टोना किया हो। अशल में बात ये है की इस गांव में शादी न होने की वजह ये है की प्रशासनिक लापरवही है , ये गांव आज भी मुलभुत जरूरतों से वंचित है इस गांव में बिजली , पीने का पानी और यहां तक की सड़क भी ना है इस वजह से कोई भी परिवार अपने घर बेटी ऐसे गांव में नही भेजना चाहता जहां के गांव अविकसित हो। इस गांव नेटवर्क भी नही आता जिसे वह आपका फ़ोन भी बेकार हो जायेगा।

Self Built Road:
इस गांव के लोगो ने काफी बार गोवेर्मेंट से मांगी मद्द्त लेकिन सरकारी अधिकारियों से कोई मदद नहीं आई। गोवेर्मेंट उनको ऐसे इग्नोर कर रही है जैसे उन्हें इनकी समस्या से कोई लेना-देना न हो। कुछ सालो पहले सभी गांव वालो ने मिलकर खुद ही पहाड़ो को काटकर एक कच्ची सड़क बनाई , जिसकी मदद से गाड़िया गांव तक आने लगी है और यह क युवा शादी के लिए हवन – यज्ञ करने लगे . लेकिन हुआ सब फ़ैल आख़िरकार देखना अब ये है की यहां के लोग कुंवारे ही अपनी लाइफ क्याशे काटने पर मजबूर रहेंगे।

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