Tourist Place in Chhattisgarh: Switzerland से कम नही छत्तीसगढ़ की ये मशहूर जगह जहां विदेशो से लोग आते है घूमने

Tourist Place in Chhattisgarh:- आइये बताते है आपको छत्तीसगढ़ के बारे में जहा आप घूम सकते है वहां का भव्य नजारा Switzerland से कम नहीं दे है जिन्हे जानकर आपकी आँखे रह जाएंगी दंग। जिसको अपनी ना पहले कभी देखा होगा और ना ही इसके बारे में सुना होगा। चलो आइये बताते है इसके बारे में आपको जिसको जानकर आपको हैरानी होगी की भारत में ऐसी जगह भी हो सकती है।

(1) Tatamari (Tourist Place in Chhattisgarh)


Tatamari एक बेहद ही खूबसूरत जगह है Tatamari हिल कोंडागांव के पास मौजूद है। ये हिल इतनी बेहद खूबसूरत है इसे देखने के लिए लोग विदेशो से आते है। इसके अलावा आइये हम आपको इसकी और भी जानकारी देते है जोकि बेहद ही रूचि धायक है. आइये जानते है. शक्ति-संपदा स्वामी शक्ति-सुपरता माताजी महालक्ष्मी शक्ति पीठ छत्तीसगढ़ टाटामारी सुंदरनगर युग में आदिकाल से पौराणिक मान्यताओं पर सनातन ऋषि के तपोवन पर स्थापित है। बारह वनवार केशकाल घाटी के ऊपरी पठार पर दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के दिन श्रद्धालूजन पूजा-अर्चना के साथ पूजा-अर्चना करते थे।

सुरडोंगर झील, भंगाराम माई मंदिर, तैतामारी ऊपरी पहाड़ी पठार पर स्थित महालक्ष्मी शक्ति पीठ के स्थान पर माता की बहन भक्ति भाव से वहां पहुंची। जहां प्राकृतिक सौन्दर्य, मनोरम छटा से आच्छादित यह स्थल सौन्दर्य के अनूठे स्थान का प्रतिनिधित्व करता है। ऐतिहासिक धरोहर स्थल Tatamari का पठार डेढ़ सौ एकड़ भूमि की आठवीं मंजिल पर चोटियों के चरम दृश्य का नजारा देता है। या हम कह सकते है की यह स्थान स्वाभाविक रूप से हास्यप्रद है।

(2 ) Mawa kondanar Circuit


Mawa kondanar जो खासतौर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिया बनाया गया है. फोटोशूट करने के लिए खूबसूरत जगह है Mawa Kondanar पार्क है यह पिकनिक जाने के लिए भी बेहद ही अच्छी जगह है जहां आप अपनी परिवार के साथ बहुत ही प्यारा समय व्यतीत कर सकते है और इसके अलावा सुंदर मेमरी बना सकते है

क्या है मावा कोंडानार सर्किट

कोण्डागांव जिले में पर्यटन की क्षमता के विकास के द्वारा स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार प्रदान करने के लिए उन्हें पर्यटकों के लिए टूर गाईड, hospitality एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने हेतु अवसर प्रदान किया जाते है। स्थानीय महिला समूहों को पर्यटन क्षेत्रों के निकट जलपान व्यवस्था द्वारा रोजगार उपलब्ध कराये जाते हैं। इस circuit में घुमाने हेतु स्थानीय युवाओं के पर्यटन समूहों द्वारा दो दिन तक का पैकेज तैयार किया गया है।

जिसमें टाटामारी में विश्राम, Night Camping, Tar Gazing, Story Telling, Bone Fire, Herbal Tea, पारम्परिक आदिवासी भोजन, सुर्योदय का मनोहरम नजारा , मांझिनगढ़ में आदिम काल के शैल चित्र सुर्यास्त का मनोहरम नजारा के अतिरिक्त कुएंमारी, लिंगोदरहा, ऊपरबेदी एवं होनहेड़ जैसे सुंदर जलप्रपातों का भ्रमण कराया जाता है। इस सर्किट के माध्यम से यहां के स्थानीय 40 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं 200 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हो रहा है।


सर्किट बनने के बाद तो लोग और भी ज्यादा के दार पर लोग आने लगे घूमने के लिए। इसके अलावा फ्रांस व चीन से भी आने लगे लोग यह घूमने के लिए . लगभग यह 1 लाख तक के व्यक्ति आ चुके है।


कोण्डागांव अपने आप में ढेरों प्राकृतिक संसाधनों के साथ अमूल्य सांस्कृतिक एवं पारम्परिक कलाओं को समेटे हुए है। यहां की संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्यता अपने आप में बहुमूल्य है। इन सभी संसाधनों से पूर्व में पूरा विश्व छाया हुआ है । जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा जिले में Mava Kondanar Tourism Circuit का विकास किया गया है। इस Circuit के बन जाने से जिले में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। जहां एक वर्ष में टाटामारी में 01 लाख से अधिक लोगों ने टाटामारी के विहंगम दृश्यों का आनंद लिया है। वहीं विदेशों से आये 50 से अधिक पर्यटकों ने यहां की सुंदरता का आनंद लिया है।


फ्रांस से आयी पर्यटक क्लेयर ने बताया कि उन्होंने दो बार Tatamari and Kondagaon का घूम चुकी है। पहली बार जब अपने दोस्तों के साथ आयी तो उन्हें यहां की प्राकृतिक खुबसूरती इतनी अच्छी लगी की और जब अपनी मां को भी इसके बारे में बताया तो वे भी मेरे साथ Kondagaon का घूमने आयी थी।


फ्रांस के ही Albane and Gail ने बताया कि वे इससे पहले कई स्थानों पर गये हैं परंतु Kondagaon में आदिम परम्परा और यहां के लोगों की सादगी उन्हें बहुत पसंद आयी। आदिवासी लोगों से मिलकर और उनकी दिनचर्या को जानने का मौका मिला जिससे उन्हें बहुत ही ज्यादा खुशी मिली।


Finland के Thomas, Nicodem, Topiyaz ने कहा कि Kondagaon में स्थानीय युवाओं द्वारा हमें trekking करते हुए जलप्रपातों, वनस्पतियों को देखना एवं प्रकृति के बीच प्राकृतिक माहौल में मांझिनगढ़ के ऊपर कैम्पिंग करने का अनुभव अपने आप में अनुठा था। उन्हें यहां आकर बहुत खुशी महसूस हुई।

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